..संपूर्णता❤

#love #life #feeling #togetherness #blog

तुमने कभी उस बच्चे को देखा हैं जिसे मेले के भीड़ में भी बस अपने हाथ में पकडे गुब्बारे की फ़िक्र होती हैं और उस गुब्बारे की रंगीनियाँ उसके चेहरे पर गजब की मुस्कराहट बिखेरते हुए प्रतीत होती हैं…उसकी आँखों की वो चमक, वो सम्पूर्णता देखी है?? वो बच्चा, खुद में मग्न, तल्लीन होता है। अपने आप में परिपूर्ण होता है। उसे और किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं होती। 

मैं अक्सर ऐसी परिपूर्णता खुद में अनुभव करती हूँ ,जब हम साथ होते है। एक दूसरे के साथ,एक दूसरे के पूरक और एक दूसरे से सम्पूर्ण। ज़्यादा कुछ कहने की ज़रूरत नहीं होती मुझे तेरे आगे बस मेरी उपस्थति काफी होती हैं तेरे लिए मुझे पढने के लिए !!  जैसे-जैसे तुमसे दूर जाने का समय पास आता है, मेरी झुंझलाहट और बेचैनी बढ़ती रहती है,ठीक उस बच्चे की तरह जिसे अपनी गुब्बारे की चिन्ता इतनी होती हैं कि मेले की रंगीनियाँ उसे नहीं भाति। वास्तव में, मैं हर समय बस तुम्हारे बारे में, बस तुम्हें सोचती हूँ। अब सो भी नहीं पाती ठीक से। जैसे ही आँख लगती है, ऐसा लगता है जैसे मैं कुछ भूल रही हूँ और आँख खुल जाती है और तुम फिर ज़हन में होते हो। तुम हर समय मुझे अपने अंदर शामिल करके रखते हो, मुझे आज़ाद नहीं करते और न हीं मुझे आज़ादी की चाहत हैं…इस आज़ादी से तो मुझे मृत्यु हीं आनी हैं!! 

मुझे कुछ और नहीं सूझता सिवाय तेरे अब..पर फिर भी ये मुझे अच्छा लगता है। यूँ लगता है जैसे तुमसे मिलकर मुझे किनारा मिल गया हो, मुझे और कहीं जाने की ज़रूरत ही नहीं। मेरी कश्ती हमेशा के लिए तुम्हारी डोर से बंध गयी है, अब मैं कभी कहीं न जा सकूँगी!!!❤

तेरा-मेरा ताल्लुक रूह का है..अब बिछड़ भी जाएं तो कोई गिला नही!!❤

                      

                 2k17©आपकी….Jयोति🙏

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40 thoughts on “..संपूर्णता❤

  1. तेरा-मेरा ताल्लुक रूह का है..अब बिछड़ भी जाएं तो कोई गिला नही!!❤

    सुँदर , शानदार बहतरीन 👍👍👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌श्रेष्ठ हमेशा की तरह 👌👍

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  2. Beautifully composed writeup dear Jyoti, i always admire the thought behind your words aur woh bhi gazab ki hindi mein📝👌👌👌
    Loads of love & lights to my dear sister’s way💐🍫😊

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    1. उन्हे डर था हमने उन्हें बाँधे रखा..हमें डर था आजादी पतंगो की कब तक होती..धागे टुट गये छुट गये हाथो से..तो पता चला गुब्बारो की कीमत..अहमियत कितनी होती…कई मेले में ही मिल मेले में ही बिछड़ जाते…उनकी जिंदगी ही ईतनी होती..अब आते हैं ख्वाबो में गुब्बारे अक्सर..पर ख्वाबो की हकीकत कितनी होती…

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      1. 👊👊👊…मजाक कर रहा था जी..बढ़िया नहीं लिखना है आपको..जो लिखती है बस वैसा ही वो बहोत बहोत बहोत अच्छा होता है बस

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    1. Thank you supreet 😍😘

      हाँ सुप्रीत आपने बिलकुल सही कहा परिपूर्णता किसी एक में नहीं दोनों को मिल के देखा जाए तो ज़िन्दगी ज्यादा खूबसूरत लगने लगती हैं…❤

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  3. कितनी सरल सुन्दर शब्दों से आप अपनी भावनाओं को उकेर देती हो
    हमेशा कुछ न कुछ सीखने की मिलता है आपके पोस्ट्स पढ़कर
    उत्कृष्ट लेखन

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